एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता निवासी Sahastrdhara Road Dehradun द्वारा व्हाटसप के माध्यम से पार्ट टाईम जॉब के लिए एक मैसेज प्राप्त होने पर शिकायतकर्ता द्वारा ऐप पर आवेदन करना जिसके पश्चात अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को कॉल कर स्वंय को कम्पनी का मैनेजर बताकर कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से *47,67,905/- रुपये की ऑनलाईन धोखाधड़ी की गयी शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना राजपुर पर मु0अ0स0 188/2023 धारा 420, भादवि 120 बी आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया ।* जिसकी *विवेचना उ0नि0 हिम्मत शाह* के सुपुर्द की गयी । अभियोग की विवेचना के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि अभियुक्त गण द्वारा गैंग के रूप में कार्य कर फेक वैबसाईट बनाकर ऑन लाईन जॉब देने के नाम पर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यो में धोखाधड़ी की जा रही है, जिस सम्बन्ध में अन्य राज्यों से शिकायतों के लिंक भी प्राप्त हुए हैं ।
अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण करने के बाद शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से ऑन लाईन जॉब देने के नाम पर वादी मुकदमा से धोखाधडी की गयी । पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियोग में 01 अभियुक्तगण 1-अफजल मौहम्मद पुत्र छोटू मोहम्मद निवासी राजीव गांधी कच्ची बस्ती कय्युम आरा मशीन के पीछे, पुर भीलवाड़ा राजस्थान उम्र 26 वर्ष को गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्तगणों से घटना में प्रयुक्त एक चैक, आरसी, 07 पास पोर्ट साइज फोटो, क्यूआर कोड गूगल – पे, ई-केवाईसी का प्रिन्ट आउट, ,02 मोबाईल हैण्डसेट मय 04 सिम कार्ड, 03 डेबिट कार्ड, आधार कार्ड व 1 अदद पेन कार्ड बरामद किये गये ।
अपराध का तरीका –
अभियुक्त द्वारा नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वैबसाईट बनाकर सम्पूर्ण भारत में ऑनलाईन जॉब के लिए आवेदन करने वाले व्यक्तियों से सम्पर्क कर स्वंय को कम्पनी का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताकर आवेदन स्वीकार करने की बात कहते हुए आवेदन की फीस प्राप्त करना तत्पश्चात हैड ऑफ वैरिफिकेशन टीम बनकर वैरीफिकेशन कराने की बात कहते हुए वैरिफिकेशन की फीस प्राप्त करना इसी तरह कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करना व धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न फर्जी बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्त द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।
गिरफ्तार आरोपी ने कबूल किया है कि वह अपने गैंग के सदस्य याकूब के लिए नए बैंक खाते खोलेगा और प्रत्येक खाते के लिए उसे 40 हजार रुपये का भुगतान किया जाता है। *जब बैंक खातों का विश्लेषण किया गया तो पता चला कि 02 दिनों के भीतर 85 लाख रुपये का लेनदेन हुआ।*
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम
1-अफजल मौहम्मद पुत्र छोटू मोहम्मद निवासी राजीव गांधी कच्ची बस्ती कय्युम आरा मशीन के पीछे, थाना पुर,भीलवाड़ा राजस्थान उम्र 26 वर्ष ।
बरामदगी-
1. मोबाईल फोन – 02
2. सिम कार्ड- 04
3. डेबिट कार्ड- 03
4. आधार कार्ड- 01
5. पेन कार्ड- 1
6. चैक – 01
7. पासपोर्ट साइज फोटो – 07, क्यूआर कोड गूगल – पे, ई-केवाईसी का प्रिन्ट आउट,
पुलिस टीम-
1- उ0नि0 हिम्मत शाह
2- उ0नि0 आशीष गुंसाई
3- HC देवेन्द्र नेगी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल महोदय द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन कम्पनी की फ्रैन्चाईजी को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगो द्वारा देख कर शेयर किया गया है।