मुख्य सचिव ने कहा कि अगले सीजन के लिए भी कार्ययोजना इसी वर्ष तैयार कर ली जाए। उन्होंने कहा कि वन विभाग, सिंचाई विभाग, जलागम आदि सम्बन्धित विभाग चालखाल एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग आदि के सम्बन्ध में कार्ययोजना तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि जलश्रोतों को सूखने से बचाने हेतु वृहद स्तर पर कार्य किए जाने की आवश्यकता है। मुख्य सचिव ने कहा कि शीघ्र ही सभी जिलाधिकारी अपने स्तर पर लक्ष्य निर्धारित करने हेतु बैठकें आयोजित कर लें।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) अनूप मलिक, सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर एवं अरविन्द सिंह ह्यांकि सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।