वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु समस्त संबंधित विभागों को आवंटित बजट समय पर खर्च करने के निर्देश दे दिये गये हैं। साथ ही विभागीय अधिकारियों को बजट खर्च का योजनावार आगाती सौ दिनों का रोडमैप तैयार करने को भी कहा गया है ताकि सरकार द्वारा आवंटित बजट समय पर खर्च करने के साथ ही आय-व्यय में पादर्शिता भी बनी रहे।
सूबे के कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर अपने विभागों को वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु आवंटित बजट की समीक्षा की। जिसमें उन्होंने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विद्यालयी शिक्षा संस्कृत शिक्षा उच्च शिक्षा समग्र शिक्षा एनएचएम आदि विभागों के योजनावार प्राप्त कुल बजट के सापेक्ष खर्च का ब्योरा तलब किया। वार्षिक आय-व्यय की विभागीय समीक्षा के दौरान डा. रावल ने बजट खर्च की धीमी रफ्तार पर अधिकारियों से नाराजगी जताते हुये बजट खर्च की गति बढ़ाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने इस संबंध में विभागाध्यक्षों का स्पष्टीकरण मांगने के भी निर्देश दिये। डा. रावत ने कहा कि सरकार के पास जनकल्याण की योजनाओं के लिये बजट की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद कई विभागीय अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन व बजट खर्च करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो विभाग समय पर बजट खर्च नहीं करेगा उनके जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जवाबदेही तय की जायेगी। डा. रावत ने विभागों में समय पर बजट खर्च करने के लिये आगामी सौ दिन का रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिये।
बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह निदेशक वित्त स्वास्थ्य विभाग एवं अपर सचिव वित्त अमिता जोशी वित्त नियंत्रक संस्कृत शिक्षा लखेन्द्र गोथियाल, वित्त नियंत्रक विद्यालयी शिक्षा हेमेन्द्र गंगवार वित्त नियंत्रक चिकित्सा शिक्षा बी.एन. पाण्डेय, वित्त नियंत्रक एनएचएम दिपाली भरने सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।