कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज मसूरी के एम.पी. जी. पीजी कॉलेज के सभागार में जी-20 एक अवसर या चुनौती : भारत के संदर्भ में विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने संगोष्ठी के सफलता उद्देश्यपूर्णता पर प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन किया।।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत ने G20 की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए गौरव की बात है। कि जी 20 की अध्यक्षता करने का देश को मिला। उन्होंने कहा कि भारत का मान और सम्मान विश्व में परचम लहराने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। उन्होंने कहा कि भारत का G20 अध्यक्षता का विषय “वसुधैव कुटुम्बकम” या “एक पृथ्वी एक कुटुंब एक भविष्य” महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के जन आगीदारी वाले दृष्टिकोण ने जी20 के कार्यक्रमों और गतिविधियों में हमारे समाज के व्यापक वर्गों को शामिल किया। 60 शहरों में हुई 200 से अधिक बैठकें, जी 20 के कार्यक्रमों को लेकर लोगों की एक अभूतपूर्व भागीदारी का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने कहा कि इस शिखर सम्मेलन के नतीजे परिवर्तनकारी थे और ये आने वाले दशकों में विश्व व्यवस्था को नए सिरे से आकार देने में अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि जी20 के सदस्य देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों ने इसकी व्यापक तौर पर सराहना की। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में G20 अध्यक्षता “अमृतकाल” की शुरुआत है, जिसके द्वारा भारत में एक भविष्यवादी, समृद्ध, समावेशी और विकसित समाज का निर्माण होगा।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. अनिल कुमार चौहान, प्रो.शालिनी गुप्ता, मोहन पेटवाल, रजत अग्रवाल, सतीश ढौंढियाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।