मेरी सहयोगी 150 आगनवाडी कार्यकत्रियों एवं 17 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सुपरवाइजर पद पर चयन की प्रकिया हुई पूर्ण-रेखा आर्या,22 अक्टूबर 2023 को मुख्य सेवक सदन में मुख्यमंत्री धामी देंगे नियुक्ति पत्र,मेरी सहयोगी आंगनबाड़ी बहनों के हितों के लिए विभाग लगातार कर रहा काम-रेखा आर्या,पहली बार ऑनलाइन माध्यम से आवेदन किये गए प्राप्त कर बनाई गई ऑनलाइन मेरिट, प्रक्रिया को रखा गया अत्यंत पारदर्शी-रेखा आर्या।

महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की और से आगनवाडी कार्यकत्रियों में सुपरवाइजर पद पर चयन हेतु 114 तथा मिनी आंगनवाडी कार्यकत्रियों में से सुपरवाइजर पद पर चयन हेतु 12 इस प्रकार कुल 125 रिक्त सुपरवाइजर पदों को विज्ञापित किया गया था।जिसे मा0 उच्च न्यायालय में दायर कतिपय सम्बंधित याचिकाओं के विचाराधीन होने के कारण चयन प्रक्रिया में लगे समय की क्षतिपूर्ति कार्यकत्रियों को न करनी पड़े इसलिए माह जून 2023 तक रिक्त हुए समस्त पदों को भी उक्त चयन प्रक्रिया में सम्मिलित कर विज्ञापित पदों को बढ़ाते हुए कुल 172 पदों पर चयन का निर्णय लिया गया।जहां चयन हेतु निर्धारित शैक्षिक अर्हता को कम किये जाने विषयक दायर रिट याचिका के मा0 उच्च नैनीताल में विचाराधीन होने के कारण तथा मा) उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में 5 पदों को मा उच्च न्यायालय के अतिम आदेश तक उक्त चयन प्रक्रिया में रिक्त रखा गया है।

 

 

 

 

 

वहीं अब 172 पदों में से 5 पदों को रखते हुए शेष 167 पदों के सापेक्ष 150 आगनवाडी कार्यकत्रियों एवं 17 मिनी जागनवाडी कार्यकत्रियों के सुपरवाइजर पद पर चयन की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी है।वही इससे पूर्व वर्ष 2016-17 में 36 पदोन्नतियों की गयी थी । किन्तु एक बड़ी संख्या में *सुपरवाइजर पदों पर चयन की कार्यवाही दशक में पहली बार की गयी है। तीसरा इस चयन प्रक्रिया में पहली बार ऑनलाइन माध्यम से आवेदन प्राप्त कर ऑनलाइन मेरिट बनायी गयी जिससे प्रक्रिया को अत्यंत पारदर्शी रखा गया है।

विभागीय मंत्री ने कहा कि मेरी सभी सहयोगी चयनित आंगनवाड़ी बहनों को बहुत बधाई ! साथ ही बताया कि इसी माह की 22 तारीख को मुख़्य सेवक सदन में मुख्यमंत्री के कर कमलो सभी चयनित आंगनबाड़ी बहनों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। कहा कि सरकार व विभाग लगातार मेरी सहयोगी आंगनबाड़ी बहनों के हितों के लिए काम कर रहा है।और निश्चित ही उनकी लंबे समय से जो मांग थी वह पूरी हुई है जो कि अपने आप मे ऐतिहासिक है।

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