रामचरित मानस की चौपाई-बिन सत संग विवेक न होई, राम कृपा बिनु सुलभ न सोई का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने सत्संग की महिमा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा हमें जीवन में नई ऊर्जा देने का कार्य करती है।
मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म का उल्लेख करते हुये कहा कि आज सनातन धर्म की पताका पूरे विश्व में फैल रही है तथा पूरा विश्व इससे परिचित होते हुये हमारी संस्कृति को किसी न किसी रूप में अपना रहा है। कोराना काल का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कोराना काल में योग व आयुर्वेद को हमने काफी निकट से महसूस किया है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। हमारी इस विरासत को आज पूरा विश्व अपना रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज पूरा देश चहुंमुखी विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मन्दिर जल्दी ही बनकर तैयार हो जायेगा। वर्ष 2013 की भयंकर त्रासदी में केदारनाथ परिसर को काफी नुकसान पहुंचा था, जिसको दिव्य व भव्य बनाने का कार्य प्रधान मंत्री ने वर्ष 2014 में प्रारम्भ करवाया था। आज उस स्थान पर भव्य व दिव्य केदारपुरी अपना स्वरूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ को संवारने का कार्य भी काफी तेजी से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ व हेमकुण्ड साहिब की यात्रा को सुगम बनाने के लिये रोपवे की आधारशिला रखी जा चुकी है। आने वाले समय में श्रद्धालुओं की केदारनाथ व हेमकुण्ड साहिब की यात्रा काफी सुगम होने वाली है। उन्होंने कहा कि जिस यात्रा को करने में तीन से चार दिन लगते थे, वह यात्रा अब कुछ ही घण्टों में सम्पन्न हो जायेगी। उन्होंने कहा कि ये सभी कार्य प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में आगे बढ़ाये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था आज ग्यारहवें से पांचवें नम्बर की अर्थव्यवस्था बन गयी है तथा भविष्य में यह तीसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बने इसके लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हरिद्वार व ऋषिकेश कारिडोर विकसित करने का संकल्प लिया है जो शीद्य्र ही मूर्त रूप में साकार होगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पूर्णता की ओर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मानस खण्ड के अन्तर्गत 60-65 मन्दिरों का एक कॉरिडोर विकसित करने जा रही है, जिसके प्रथम चरण में 16 मन्दिरों को विकसित करने का कार्य हाथ में लिया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है तथा यहां लोग श्रद्धा व आस्था से आते हैं, आप जिधर जायेंगे, वहां पर्वत, मन्दिर आदि दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन व फिल्म निर्माण की दृष्टि से आप जिधर भी दृष्टि डालेंगे, पूरा उत्तराखण्ड ही डेस्टीनेशन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के मूल स्वरूप को बनाये रखने के लिये हमने कठोर कदम भी उठाये हैं तथा जहां पर भी अवैध अतिक्रमण किया गया था, उसे कठोरता से हटाया गया है। इसके अलावा धर्मान्तरण और अतिक्रमण को रोकने एवं समान नागरिक संहिता के लिये भी हमने कठोर निर्णय लिये हैं तथा समान नागरिक संहिता पर जल्दी ही कानून बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम देवभूमि उत्तराखण्ड को देश का नम्बर-1 राज्य बनाने के लिये विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे है।
श्रीमद् भागवत कथा कार्यक्रम के आयोजक भरत सिंह रहेवर तथा श्री रजनी भाई पटेल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में हो रहे चहुंमुखी विकास कार्यों की प्रशंसा की।
इस अवसर पर महानिर्वाणी के सचिव महंत रविन्द्रपुरी, महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानन्द, महामण्डलेश्वर हरिचेतनानन्द, हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, भाजपा जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।