आज दूसरे दिन भी सप्त दिवसीय यज्ञ में गौ प्रतिष्ठा एवं सामाजिक संवर्द्धन के लिए विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न हुए।

विशाल गौ प्रतिष्ठा महोत्सव का आज दूसरे दिन भी गौ भक्तों का जोश सातवे आसमान पर था.. हज़ारों की संख्या में गौ भागवत को सुनने के लिए लोग बसों ऑटो व अपनी निज़ी गाड़ियों में दूर दूर से दोपहर दो बजे लगातार आते रहें, पंडाल में ऐसी भीड़ की यहां पाँव रखने की जगह भी मिलना मुश्किल हो रहा था.. *एक देश एक संकल्प – गौमाता राष्ट्रमाता* के अभियान को साकार बनाने के लिए उत्तराखंड के लिए इक्वावन से ज्यादा प्रसिद्ध लोक देवडोलियां भी मौजूद हैं, जिन लोगों को भी पता चल रहा हैं की उनके ईष्ट देव की डोली यहाँ रेसकोर्स के मैदान में आ रखी हैं तो लोगों का अपने ईष्ट देव का आशीष लेने की होड़ लगी देखी जा सकती हैं.. भागवत शुरू होने से पहले उत्तराखंड कक संस्कृति के संवाहक 21 जोड़ी ढ़ोल-दमऊ के साथ स्वर-ताल नाद का आनंद भी लोगों के बिच देव रसपान करने लें लिए भी गहरी उत्सुकता बनी रहती हैं! उत्तराखण्ड की सभी देवशक्तियाँ देवडोलियाँ ढोल दमाऊं के साथ एक स्वर में नारे लगाते हैं गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करों! सनातन संस्कृति की मूल आधार गौमाता की प्रतिष्ठा हेतु गौमाता- राष्ट्रमाता विचार के जनक, ध्वजवाहक गौऋषि गौ-गंगा कृपाकांक्षी परम शरदीय संत गोपाल ‘मणि’ महाराज जी पिछले डेढ़ दशक से पूरे देश और दुनिया में निरन्तर बड़े-2 आंदोलन अभियान चला रहे हैं!गौमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान मिले इस महाजन अभियान को जनमानस के मानस पटल पर स्थापित करवा दिया है, इसी क्रम में कल 19 से 25 अगस्त 2023 तक देहरादून के ऐतिहासिक गुरुनानक महिला इंटर कॉलेज के मैदान निकट बन्नू स्कूल रेसकोर्स मैदान में विशाल गौ प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारम्भ हो गया है जिसमें आज दूसरे दिन भी गौमाता – राष्ट्रमाता की गौ कथा को संत श्री गोपाल मणी महाराज जी के मुखार बिन्दु से जारी रही, वही *एक देश एक संकल्प – गौमाता राष्ट्रमाता* अवनवरत अभियान को सुनने के लिए लोगों का शांत चित श्रवण जारी रहा! द्वितीय दिवस में कई पूर्व मंत्रियों सहित अन्य कई गणमान्य जनों ने कथा श्रवण में सिरकत की! दूसरे दिन भी महाराज जी ने कहा है कि देव शक्तियों ने अपनी अपनी कृपा दिखा दी है इसीलिए दोनों देवभूमियों से उत्तराखंड और हिमाचल से गौमाता राष्ट्रमाता का प्रस्ताव सरकारों के द्वारा सर्वसम्मति से सदन में पारित करके केंद्र सरकार को 2019 में भेजा जा चुका है अब समय आ गया है कि करोड़ों हिंदुओं की आवाज को केंद्र में बैठी हिंदूवादी सरकार सुने और अभिलंब गौमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान दें नहीं तो आगामी 20 नवंबर 2023 को गोपाष्टमी के दिन करोड़ों लोग दिल्ली में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने के लिए कूच करेंगे । आगे संत गोपाल मणि महाराज ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमारे प्रधानमंत्री जी इस कार्य को नहीं करना चाहते हैं वहां गौमाता का संवर्द्धन और सम्मान चाहते हैं लेकिन इसमें विलंब इसलिए हो रहा है क्योंकि गौ को माँ मानने वाले लोग आपस में बिखरे हुए हैं एक नहीं है, जिस दिन सबलोग एक स्वर में कहेंगे कि गौमाता-राष्ट्रमाता होनी चाहिए उसी क्षण गौमाता राष्ट्रमाता बन जाएगी। और जब तक गौमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान नहीं मिल जाता तब तक एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना व्यर्थ है। एकता के सूत्र में बांधने वाली मात्र एक शक्ति है उसका नाम है गाय । आगे मणि महाराज जी ने द्वितीय दिवस में भी से शुरू हो चुके विशाल गौ महोत्सव को भव्य बनाने के लिए समस्त जनता जनार्दन का आह्वान किया है ।

प्रतिदिन प्रातः 5 से 6 योग सत्र चलेगा

प्रातः 7 से 9 नित्य 11 कुंडीय कामधेनु महायज्ञ, देव डोलियों का पूजन ।

9 से 1 बजे तक 41 ब्यासों के द्वारा अष्टादश पुराण वाचन प्रवचन ब्याख्यान ।

रोज की भांति दोपहर 2 से 6 बजे तक संत गोपाल मणि महाराज जी एवं आचार्य सीता शरण जी के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत महापुराण पर (धेनु मानस गौ टीका) के आधार पर गौ की महिमा धार्मिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक सामाजिक वैज्ञानिक पक्ष को श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त होगा ।

आज साय सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं जागर सम्राट पद्मश्री डॉक्टर प्रीतम भारतवाण।

अन्य दिनों में रोज सायं को 8 से 10 बजे तक उत्तराखंड के लोक गायक ख्यातिप्राप्त कलाकार गढ़ रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी, रेशमा शाह,  मीना राणा, अंजली खरे, कुसुम नेगी आदि तमाम गीत संगीतकारों के द्वारा सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। इस गौ प्रतिष्ठा महोत्सव में देहरादून की धार्मिक सामाजिक बुद्धजीवी संस्थाएं महिला मंगल दल कीर्तन मंडली सभी सहयोगी संस्थाएं अपना सहयोग प्रदान करेगी । साथ कार्यक्रम के बीच में आयुर्वेदिक एवं एलोपैथिक चिकित्सकों द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया!कार्यक्रम स्थल पर ही भारतीय नश्ल की गौमाताओं के दर्शन भी सुलभ होंगे। साथ ही अगर आपको पहाड़ी उत्पाद में बने खाद्य पदार्थ चाहिए हो तो यहाँ पहली बार भारतीय गौ-क्रांति मंच ने देवभूमि माँ गंगे स्वयंसेवी संस्था व हिमवंत फाउंडेशन सोसाइटी, देवभूमि स्वयं सहायता समूह सहित आदि अनेक स्टॉलो पर आपको सभी वस्तुएँ मिल सकती है! द्वितीय दिवस में भी कार्यक्रम के अध्यक्ष बलवीर सिंह पंवार संरक्षक मनोहर लाल जुयाल सूर्यकांत धस्माना हरीश चंद्र नौटियाल संयोजक अजयपाल सिंह रावत कार्यकारी अध्यक्ष शूरवीर सिंह मतूड़ा कुलानंद नौटियाल संस्थापक डीडी गोयनका स्कूल, राजेश नौटियाल चेयरमैन, महासचिव यशवंत सिंह रावत व्यवस्थापक सूरत राम डंगवाल आचार्य राकेश सेमवाल यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित पवन उनियाल आचार्य संतोष खंडूड़ी जिलाध्यक्ष आनन्द सिंह रावत, भू-क़ानून अभियान संस्थापक शंकर सागर रावत, तेजराम नौटियाल रविन्द्र सिंह राणा तुलसीराम बडोनी शशि भंडारी मधु रतूड़ी कांति बड़थ्वाल रामप्यारी इष्टवाल, अशोक मिश्र, डॉ रामभूषण बिजल्वाण सहप्रभारी आचार्य विपिन जोशी सुशील गौड़ शंकर सागर रावत सहित सैकड़ों गणमान्य जन व समस्त मातृशक्ति उपस्थित रहे हैं ।

सादर सहित

भारतीय गौक्रान्ति मंच-उत्तराखंड

9760790767, 9897923448

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